उज्जैन में 28वें भुजरिया पर्व का आयोजन रविवार को किया जा रहा है। इस अवसर पर भगवान जाहरवीर गोगादेवजी की छड़ियों (निशान) का दो दिवसीय मेला से शुरू हो गया है। देश भर से गोगादेवजी की छड़ियां वाल्मीकि धाम पहुंच चुकी हैं।
रविवार को श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर में भगवान महाकाल और गोगादेवजी का मिलन होगा। इसके बाद निशान की शोभा यात्रा निकाली जाएगी। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान सहित अन्य राज्यों से गोगादेवजी के श्रद्धालु, अखाड़े, गायन दल और संतगण इस महापर्व में शामिल होने उज्जैन आए हैं।
शाम को महाकालेश्वर मंदिर परिसर में देशभर से आई छड़ियां एकत्रित होंगी। राज्यसभा सांसद और श्री क्षेत्र वाल्मीकि धाम पीठाधीश्वर, राष्ट्रीय संत बालयोगी उमेशनाथ महाराज द्वारा छड़ियों का पूजन कर भगवान महाकाल और गोगादेवजी का मिलन कराया जाएगा। इस अवसर पर कई संत, विधायक और राजनीतिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।
शोभायात्रा महाकालेश्वर मंदिर से शुरू होकर पटनी बाजार, गोपाल मंदिर ढाबा रोड़, दानी गेट, अनंत पेठ, जूना सोगारिया, गोंसा दरवाजा, वाल्मीकि चौराहा और बड़नगर रिंग रोड़ होते हुए श्री क्षेत्र वाल्मीकि धाम पहुंचेगी। मार्ग में विभिन्न धार्मिक, सामाजिक, खेल और राजनीतिक संगठनों द्वारा मंच लगाकर छड़ियों का पूजन-अर्चन किया जाएगा। साथ ही उस्ताद और खलिफाओं का सम्मान भी किया जाएगा।
वाल्मीकि धाम पहुंचने पर शोभायात्रा मेले के रूप में परिवर्तित हो जाएगी। रात में वहां गोगा गायन का आयोजन होगा।
